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हिन्दूस्तान के गौरव अंतरराष्ट्रीय पहलवान सुशील कुमार कैसे अपराधी बन गए ,आइए A to Z जानते हैं

 घमंड इंसान को कुछ इस तरह पतन के समुद्र में ले जाता है क्योंकि बुद्धिमान लोग मुर्खो जैसे काम करने लग जाते हैं और पढ़ें लिखें लोग जाहिलों की तरह व्यवहार करता है फिर ये चीज कब इंसान की इज्ज़त को मिट्टी में मिला देती हैं पता भी नहीं चलता है 



ये बात मैं इसलिए कर रहा हूँ कि मिट्टी से खेलकर पहलवान बनना ,फिर देश का नाम विश्व में ऊचां करना, उस पहलवान की इज्ज़त देश में सबसे ऊपर होती हैं क्योंकि वो देश के लिए मैडल लाता है, बाद में एक ऐसा समय आया कि उसी पहलवान की इज्ज्त उसी मिट्टी में मिल जाती हैं जहाँ से इज्ज्त मिली 


ये कहानी एक नजफगढ़, दिल्ली में जन्मे अतर्राष्ट्रीय पहलवान सुशील कुमार की है जो पिछले दिनों एक हत्या के केस में फंसे हुए हैं वो कैसे मिट्टी के अखाड़े से अपराध की दुनिया में चले गए पता भी नहीं चला 


पहले थोड़ा सुशील कुमार के बैकग्राउंड के बारे में जानते है फिर अपराध की दुनिया का सफर देखते हैं


26 मई,1983 मे बापरौला नजफगढ़, दिल्ली में माता कमला देवी, पिता दीवान सिंह के घर सुशील कुमार का जन्म हुआ था पिताजी बस चलाते थे सुशील कुमार तीन भाइयों के परिवार में सबसे बड़े थे जो बचपन में ही कुश्ती के दीवाने थे लेकिन वो बचपन में ही महाबली सतपाल सिंह से जुङ गए उन्हीं के अखाड़े में कुश्ती खेला करते थे 


कुश्ती के मैडलो की जर्नी सन् 2006  मे दोहा मे आयोजित एशियाई खेलों में सिल्वर मेडल जीतकर शुरुआत की ,अपनी पहली प्रतिभा का परिचय दिया दिल्ली स्थित छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती की प्रेक्टिस करा करते थे ,फिर उन्होंने 2008 मे बीजिंग मे आयोजित ओलंपिक खेलों में 66 kg फ्रीस्टाइल मे कांस्य पदक जीता ,2010 ,2014 मे राष्ट्रमडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते ,2012 मे लंदन में आयोजित ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीता जिससे देश में सुशील कुमार का नाम ऊचा हो गया ,खिलाङियों के लिए आइडियल बन गए 


उनकी शादी 2012 मे सावी कुमार से हो गई वर्तमान में उनके दो बच्चे भी है 


सुशील कुमार को राजीव गांधी अवार्ड, अर्जुन पुरस्कार, पद्मश्री,CNF-IBN इडियन आफ द ईयर इन स्पोर्ट्स से नवाजा जा चुका है सुशील कुमार रेलवे में अफसर पोस्ट पर भी कार्यरत है और छत्रसाल स्टेडियम के हेड भी है 


अब आइए जानते है हिन्दूस्तान के गौरव सुशील कुमार के अपराधी बनने का सफर 


बताया जा रहा है 2016 के बाद सुशील कुमार बङे गैंगस्टर, माफिया लोगों के साथ उठना बैठना था वो लोग सुशील कुमार का इस्तेमाल विवादित मामले निपटाने मे करते थे जिसका नतीजा का ये हुआ की सुशील कुमार आज सलाखों के पीछे हैं 

खबरों के मुताबिक सुशील कुमार दिल्ली, हरियाणा के कई गैंगस्टर के संपर्क में था विदेशों में बैठे माफिया लोगों से अवैध कारोबार से जुङा था गुडो को रंगदारी दिलाने, विवादित जमीनें, प्लांट दिलाने में काम करता था बताया जा रहा है सुशील कुमार ये कारोबार छत्रसाल स्टेडियम में बैठे बैठे ही चलाता था जहाँ अपराधियों का आना जाना आम बात थी 


बताया जा रहा है उस रात जब छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की पीट पीट कर हत्या कर दी थी उस समय उनके साथ कुख्यात बदमाश नीरज भवाना के गुर्गे भी शामिल थे  क्योंकि दिल्ली पुलिस ने स्टेडियम के बाहर खङी स्कार्पियो का पता लगाया तो नीरज भवाना के गुडों की बताई जा रही है 

नीरज भवाना गैंग के अलावा भी कई गैंग सुशील कुमार के सपोर्ट करती थी 


बात उस रात की है जब सागर धनखड़ की हत्या हुई 


पीङित का बयान" कुछ गुंडे हमारे हास्टल मे आए सागर धनखड़ और उनके साथियों को अगवा कर छत्रसाल स्टेडियम में ले गए उस समय सुशील कुमार अपनी गाड़ी में पिस्तौल लिए हुए बैठे थे वहां इनको बुरी तरह पीटा गया सभी गंभीर रूप से  घायल हो गए इन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहाँ सागर ने दम तोड़ दिया 


पुलिस ने बताया इस मामले में सुशील कुमार और उनके साथियों का हाथ हैं सागर धनखड़ के पिता दिल्ली पुलिस मे कार्यरत है 


मिडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है "ये पैसों के लेनदेन का मामूली विवाद था सागर जिस फ्लैट में रहता था वो सुशील कुमार की पत्नी का था बताया जा रहा है सागर के दो महीने का किराया बाकी था ये खबर पुलिस के मन नहीं लग रही हैं 

पुरी सच्चाई का पता तो पुलिस जांच के बाद ही पता चलेगा एक कारण ये भी बताया जा रहा है कि सागर धनखड़ ने सुशील कुमार को खुलेआम बदमाश बोला था 


इस मामले की रिपोर्ट में सुशील कुमार का नाम आते ही वो फरार हो गए पुलिस ने उन पर एक लाख का इनाम भी रखा था 

इस बीच वारदात के समय किसी ने फोन में वीडियो बनाने दिया उनके फुटेज में सुशील कुमार साफ साफ दिख रहे थे 


अब सुशील कुमार को पुलिस ने छः दिन के रिमांड पर भी रखा है जांच होने के बाद भी पता चलेगा मामला किस और हैं 


क्या वाकई में सुशील कुमार अपराधी हैं क्या वो पहलवान सागर धनखड़ की हत्या करना चाहते थे 


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