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सैकड़ों परिवारों ने हिन्दू धर्म छोङकर सिख धर्म अपनाने का फैसला किया, जानिए किस वजह से धर्म परिवर्तन कर रहे हैं

 भारत देश में धर्म परिवर्तन का सिलसिला कई सदियों पुराना है पुराने समय में जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता था कुछ अपने आप करते थे जब से भारत में कानून व्यवस्था बनी है भारतीय संविधान ने भी कोई भी धर्म अपनाने की स्वतंत्रता दी ,संविधान के अनुसार भारत में रहने वाले लोग अपनी इच्छा अनुसार कोई भी धर्म अपना सकता है संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने भी अपने अंतिम समय में बौद्ध धर्म अपनाया था उन्होंने कहा था "मेरा जन्म भलेही हिन्दू धर्म में हुआ है परंतु मैं मरूंगा हिन्दू धर्म में नहीं" धर्म परिवर्तन करने के पीछे का कारण बताते हैं हिन्दू धर्म छुआछूत कि वजह से धर्म परिवर्तन किया था 


अभी आने वाली 21 अप्रैल 2021 को भगत धन्ना जी के जनोत्सव पर  सैंकड़ों परिवारों ने सिखी अपनाने का दिन रखा है , इस दिन राजस्थान, यूपी, दिल्ली, हरियाणा से सैंकड़ों परिवार दरबार साहिब अमृतसर जाकर सिक्खी अपनाएँगे।


पहला जत्था 20 अप्रैल 2021 को अलग-अलग लोकेशन से सुबह अमृतसर साहिब के लिए रवाना होगा। हरियाणा से बस सुबह 4 बजे पलवल/फरीदाबाद से तथा राजस्थान से बस व 15 गाड़ियों का काफिला सरदारशहर (चुरू) से सुबह रवाना होगी। 

 

हिन्दू धर्म से सिख धर्म अपनाने का सबसे बड़ा कारण इन्होंने बताया है ब्राह्मणवाद ,पाखंड, अधंविश्वास ,छुआछूत जैसा कारण बता रहे हैं एक का कहना है "यदि हिन्दू धर्म सवोच्च हैं तो उसमें जातियां और लोग नीच क्यों है 


सैकड़ों परिवारों के साथ अमृतसर जाकर दरबार साहिब में अपने रीति रिवाज के अनुसार सिखी धर्म ग्रहण करेंगे 


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