गौर करने लायक बात-
दोनों देशों के प्रमुख नेता एक दूसरे पर कङे बयान नहीं दे रहे, चुनावों में भी पाकिस्तान का जिक्र नहीं हो रहा है
-पाक पीएम इमरान खान और जनरल बाजवा दोनों की वाणी में भारत के प्रति मिठास दिखाई दे रही हैं
-पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान को कोरोना हुआ था तब नरेंद्र मोदी ने जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी.
इन बातों से लग रहा है कि भारत पाकिस्तान रिश्ते कुछ नरम होगें
एक्सपर्ट कि राय -
पिछले अनुभवो से हमने सीखा है कि पाकिस्तान दवाब मे आकर कुछ कदम उठाता हैं पर पाकिस्तान की आतंकवाद पर रोक पर रणनीति बनाने का मोह बरकरार नहीं रहता है इसी वजह से रिश्ते बिगड़ जाते हैं अब आगे पाकिस्तान को आगे आकर आतंकवाद पर खुला विरोध करना होगा इससे शांति स्थापित होगी
पाक सेना जनरल कमर जावेद बाजवा-
बाजवा कहते है, यह समझना भी महत्वपूर्ण है कश्मीर समस्या को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाना जाना जरूरी है तभी उपमहाद्वीप में शांति स्थापित हो सकती है क्योंकि यह राजनीति से प्रेरित हैं .उन्होंने कहा कि यह समय अतीत को भुलाकर आगे बढ़ने का हैं
भारत-पाक के स्थिर संबंध एशिया में संभावनाओं के द्वार खोल सकते हैं
आपको पता है कि दक्षिण एशिया में दुनिया की एक चौथाई आबादी रहतीं है हांलांकि बेहतरीन मानव संसाधन और क्षमता के बावजूद इस क्षेत्र में अस्थिर विवादों कि वजह से यह क्षेत्र गरीबी से घिरा है और विकास से दूर हैं
मोदीजी ने इमरान खान को लिंखी चिठ्ठी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पाकिस्तान दिवस पर इमरान खान को चिठ्ठी लिख कर हार्दिक शुभकामनाएं दीं और साथ में लिखा हम शांति अमन चाहते हैं पङोसी होने के नाते हम भाईचारे से रहे
0 टिप्पणियाँ